
लेखन कार्य मैंने कुछ वर्षों पूर्व प्रारम्भ कर दिया था। छोटी छोटी चार पंक्तियाँ लिखा करती थी अपनी डायरी के पन्नो में। तब इतना ज्ञान और साहित्य की पहचान नहीं थी। ईच्छा थी मैं भी अपनी क़िताब लिखूँगी। यही ईच्छा और बलवती हो गई और काव्य सृजन आरंभ हुआ । इस काव्य सृजन में छ: मास का समय लगा । कुछ कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ा, वो सभी मित्रों के सहयोग से दूर हुई। कभी-कभी हृदय में नकारत्मक विचार भी आए । लोगों को पढ़ा, शब्दों को समझा और उनको आत्मसात कर अल्फाजों को कहानी का रूप दिया। विषय-वस्तु चुनने में कोई समस्या नहीं रहीं, विषय वस्तु सामाजिक प्रथा जीवन का अभिशाप गरीबी है। मैंने अपने ज़ज्बात को, समाज की इस रीति को शब्दों का रूप देने का प्रयास किया है। अंततः यह कहानी के मोती जो हृदय के भावों के साथ समर्पित हैं।
साहित्य सृजन का उद्देश्य धनार्जन, प्रसिद्धि पाना शौहरत पाना बिल्कुल नहीं है । अपितु अपने ह्रदय के भावों को सभी के साथ साझा करना है । गरीबी, नारी व्यथा से समाज के हर वर्ग को अवगत कराना है । हर शब्द अनमोल है, उनको लिखकर यूँ व्यर्थ ज़ाय़ा नहीं करना चाहिए , यहीं सोच और क़लम के जरिए ज़ज्बात लिख दिये हैं। हर रचना अपने आप में अनमोल है और हर साहित्यकार अद्भुत हैं। लेखक कोई भी बन सकता है , यह कोई बड़ा कार्य नहीं है । मेहनत से इंसान हर मुक़ाम हांसिल कर सकता है, बस जुनून होना चाहिए। इस किताब को लिखने में सबसे बड़ा योगदान मेरी बेटी साक्षी त्रिपाठी का रहा है, मेरे कमजोर पड़ने पर उसने मेरा साहस बढ़ाया।
Details
- Publication Date
- Oct 6, 2021
- Language
- Hindi
- ISBN
- 9789392388040
- Category
- Fiction
- Copyright
- All Rights Reserved - Standard Copyright License
- Contributors
- By (author): Kanchan Tripathi, Cover design or artwork by: Kamran Khan
Specifications
- Pages
- 102
- Binding Type
- Paperback Perfect Bound
- Interior Color
- Color
- Dimensions
- A5 (5.83 x 8.27 in / 148 x 210 mm)