
यह गाथा है उस बाला की, जिसके स्वभाव के कण कण में मधुरता है | न केवल उसके नाम में, बल्कि आचरण में भी रस की अनुभूति होती है | भोर की लालिमा, प्रभु की महिमा और गुणों की प्रतिमा के समान प्रतीत होती है वह, मधुरिमा
Details
- Publication Date
- Feb 21, 2022
- Language
- Hindi
- ISBN
- 9781739745707
- Category
- Poetry
- Copyright
- All Rights Reserved - Standard Copyright License
- Contributors
- By (author): Soumik Tripathy
Specifications
- Format